दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी)

नई दिल्ली। वन विभाग के नोटिस के बाद मेट्रो फेस-4 के कार्यों के रोके जाने पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने भी अपना रुख स्पष्ट किया है। डीएमआरसी ने कहा वह पर्यावरण के प्रति जिम्मेवारियों को समझने के बाद ही किसी परियोजना पर आगे कदम बढ़ाती है। केशोपुर या किसी अन्य क्षेत्र में पेड़ क्षतिग्रस्त नहीं किए गए हैं।
अगर, किसी भी कार्य के दौरान पेड़ काटने भी पड़ते हैं तो पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण के जरिये भरपाई की जाती है। अगस्त में वन विभाग की ओर से भेजे गए नोटिस का जवाब एक दिन में ही दिया गया जबकि डीम्ड फॉरेस्ट का मुद्दा हाल ही में सामने आया है। वन विभाग ने पहले इसका उल्लेख नहीं किया और न ही कोई रिकॉर्ड है। 25 फरवरी के नोटिस के मुताबिक खुदाई के सिलसिले में एक पेड़ को हटाया गया था, लेकिन डीएमआरसी ने जून, 2020 में उस स्थान पर कार्यों की शुरुआत की।
डीएमआरसी के मुताबिक उनकी सभी इमारतें ग्रीन बिल्डिंग के मानकों को पूरा करती हैं। इसके लिए भारतीय ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल सहित अन्य एजेंसियों ने भी मानकों के पालन के लिए रेट किया है। रेल आधारित संगठन के तौर पर कार्बन क्रेडिट के मामले में दिल्ली मेट्रो का स्थान विश्व में अग्रणी है। सौर ऊर्जा के उपयोग में भी डीएमआरसी अग्रणी रही है।
