वास्तविक मीटर रीडिंग पर आएगा बिजली बिल

नई दिल्ली। बिजली उपभोक्ताओं को अब प्रोविजनल की जगह ओरिजनल बिल भेजा जाएगा। कोरोना वायरस की वजह से बिजली कंपनियां मीटर रीडिंग नहीं कर रही थी। इस वजह से पिछले साल जिस महीने में जितनी खपत हुई थी, उसी के अनुसार बिजली बिल भेजा जा रहा था। रिलायंस बिजली कंपनी का कहना है कि कोरोना को ध्यान में रखकर बिजली मीटर की रीडिंग नहीं की जा रही थी।
रिलायंस बिजली कंपनी के प्रवक्ता का कहना है कि अगले महीने आने वाले बिजली बिल में जो भी ज्यादा या कम बिल उपभोक्ताओं को भेजा गया है उसे एडजस्ट कर दिया जाएगा। डीईआरसी की ओर से निर्धारित नियमों के हिसाब से ही पिछला बिल भेजा गया था।
उधर, प्रदेश भाजपा ने दिल्ली सरकार पर बिजली कंपनियों संग मिलीभगत का आरोप लगाकर व्यापारियों के साथ वर्चुअल संवाद किया। संवाद में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार को बिजली कंपनियों को निर्देशित करना चाहिए था कि वह भारी भरकम औसत बिल न भेजें। साथ ही फिक्स्ड चार्ज न लगाएं। वर्चुअल संवाद में व्यापारी नेता सतीश गर्ग, अरुण सिंघानिया, अनिल गोयल, गोपाल गर्ग, दिल्ली भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के सदस्य कैलाश गुप्ता, श्याम शर्मा सहित ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल हुए।
