उड़ीसा का तरबूज भागलपुर पहुंचा, नहीं मिल रहा खरीदार
भागलपुर में उड़ीसा तरबूज आ गया है लेकिन कोई खरीदार नहीं मिल रहा है। गिरिधारी साह हटिया व जीरो माइल के पास तरबूज बिक रहा है लेकिन मुश्किल से प्रतिदिन 30-40 किलो ही बिक रहा है। व्यापारियों के पास समस्या यह है कि तरबूज अगर पांच-छह दिनों में नहीं बिका तो वह सड़ जायेगा। ऐसी स्थिति में लगभग दस लाख रुपये का नुकसान होने की संभावना है।
होलसेल विक्रेता नरेश चौधरी ने बताया कि उड़ीसा से तरबूज 20 मार्च को मांगवाया गया था। 22 मार्च की रात्रि से लॉकडाउन होने की वजह से बांका, अमरपुर, नाथनगर, जगदीशपुर, सन्हौला, घोघा, एकचारी, पुरैनी आदि के व्यापारी तरबूज लेने नहीं आ पा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि यहां के व्यापारियों ने दस लाख का तरबूज मांगवा लिया था। बड़े खरीदार नहीं आने से शहरी क्षेत्रों में ही तरबूज बेचा जा रहा है। तरबूज 17-18 सौ रुपये क्विंटल तो खुदरा में 20 से 25 रुपये किलो बिक रहा है।
एक माह में आयेगा भागलपुर का तरबूज
बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ् आरके सुुहाने नुे बताया कि भागलपुर में गंगा किनारे तरबूज काफी पर्याप्त मात्रा में उपजता है। जो एक माह के अंदर बाजार में मिलने लगेगा। अभी उड्ीसा का तरबूज बाजार में बिक रहा है। लॉकडाउन के कारण लोग घर से ज्यादा नहींं निकल रहे हैं। इस कारण तरबूज की ब्रिकी काफी कम हो रही है।