केजरीवाल का फार्मूला देश में ओड-इन-इवन पास, केंद्र सरकार केजरीवाल के रास्ते…..
कोरोना की हमारी के बीच आज से शरू हुए बाजारों की रूप रेखा को मापने के लिए केंद्र सरकार ने ओड- इन-इवन की शरुआत की। लेकिन क्या आपको पता है कि ये फार्मूला किसने बनाया..? ये नियम आप पार्टी के संयोजक अरविंद केरजीवाल का है जिसका जमकर सदन संसद और रोडो पर विरोध हुआ लेकिन आज ये नियम लक्ष्मण रेखा बनकर लोगों कर जीवन जीने में काम लगेगा। आज पूरा देश कोरोना की महामारी के बीच सुलझ रहा है तभी केंद्र सरकार के लोकडाउन थ्री का समय पूरा होने के बाद रोजगार धंधा चालू करने के लिए आखिरकार केजरीवाल का नियम ओड-इन-एवन का सहारा लिया। बाजारों को मंगलवार 18 मई के बाद खोलने के निर्णय की ओर केंद्र सरकार केजरीवाल के रास्ते चल पड़ी है।
एक तरफ केरजीवाल के नियम की धज्जियां उड़ाने वाली केंद्र सरकार आखिरकार ओड-इन-इवन के नियम पूरे देश मे पालन करवाने के लिए आदेश दे चुकी है। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए ओड-इन-इवन के नियम लागू किये, लेकिन कई BJP नेता ने इस नियम की जमकर धज्जियां उड़ाई…! लेकिन अब ऐसा महसूस होता दिख रहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपने सभी मांशुबे मे पीछे हटती नजर आ रह है कारण के अभी फिलहाल BJP पार्टी दूसरे के नियम और आर्डर अपनाने के आदेश देती दिख रही है। कुछ इस तरह के नियम को अपनाते गुजरात के बाजारों में ओड-इन-इवन के नियम दिखे।
गुजरात से अधिक जनसंख्या दिल्ली की है जहाँ पर हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित के केस दिखे, जिसको दिल्ली सरकार ने धीमे धीमे कन्ट्रोल कर दिल्ली के बाजारों को चालू कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने ये भी कहा के हम तैयार है कोरोना से लड़ने के लिए..! लेकिन यही बात अब गुजरात की तो गुजरात भी बिजनेस का एक हब है लेकिन यहाँ क्यों कोरोना संक्रमित केस अधिक मात्रा में बढ़ते जा रहे है। राजस्थान की बात की जाए तो इस राज्य के कई जिलों में रिकॉर्ड तोड़ कोरोना के मरीज देखने को मिप लेकिन यहाँ के शासन प्रशासन की वेवस्था के कारण सभी का उपचार हुआ और ठीक हुए, ,राजस्थान सरकार भी राज्य में कामकाज शरू कर दिया है।
लेकिन बात गुजरात के 9 जिलों की है जहाँ पर कोरोना के मरीजों की संख्या में प्रति घण्टे की रप्तार से बढ़ते जा रहे है फिर भी गुजरात सरकार कन्ट्रोल नही कर पा रही है। अब सवाल ये उठता है किन राजनीति और देश सेवा में क्या केजरीवाल सरकार के आगे अन्य सरकार फेल….!!? ये वायरस भले चीन की देन हो या फिर कुदरत…? लेकिन इस समय भारतीय जनता पार्टी की परीक्षा की घड़ी है जहाँ पर जनता के सामने पास होना है…!?? आने वाले चुनावी माहौल में भारतीय जनता पार्टी के लिए जितना मतलब लोहे के चने चबाने के समान रहेगा….!
रविन्द्र भदौरिया (गांधीनगर)