कोई भी ट्रेन रास्ता नहीं भटक सकती
कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से लाखों प्रवासी मजदूर विभिन्न जगहों पर फंस गए थे। इन्हें इनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए रेलवे ने आगे आते हुए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया। हालांकि इस दौरान कुछ ट्रेनों के लेट होने, ट्रेन के लंबे रास्ते से जाने और मजदूरों की मौत का मामले उठे। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बारे में जानकारी दी।
विनोद कुमार ने कहा कि ट्रेन के रास्ता भटकने की खबरें बेबुनियाद हैं। कोई भी ट्रेन कभी रास्ता नहीं भटक सकती। इसके अलावा ट्रेन के लेट होने पर भी उन्होंने सफाई दी। उन्होंने कहा कि 72 घंटे से ज्यादा सिर्फ चार ट्रेनों समय लिया। 3840 ट्रेनें 72 घंटे से कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि 90 फीसदी ट्रेन समय से पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि कई कारणों की वजह से ट्रेनों के रूट को डायवर्ट करना पड़ा। ट्रेन लेट होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नौ दिन ट्रेन लेट होने का आरोप झूठा है। ऐसा कुछ भी नहीं है।