कोरोना वायरस को ख़त्म करने हेतु 100 देशों में किये गए गायत्री यज्ञ, और दी मंत्रो की करोड़ो आहुतियां
रविवार के दिन कोविड 19 के निवारण के लिये पूरे विश्व में एक साथ गायत्री महामंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र से भारत सहित दुनिया के लगभग 100 देशो के करोड़ो घरों में मंत्रो की आहुतियां दी जा रही है। गायत्री मंत्र व महामृत्युंजय मंत्रो से आहुतियां दी जाएंगी। आयुष मंत्रालय विभाग द्वारा ये प्रमाणित किया गया है कि यज्ञ से वातावरण संरक्षण होता है और कोरोना के विषाणु समाप्त होते है एवं इम्युनिटी बढ़ती है। 31 मई रविवार को सुबह 9 से 12 बजे या शाम को 4 से 7 बजे अपनी सुविधानुसार सूर्योदय से सूर्यास्त तक प्रत्येक घरों में गायत्री महामंत्र की 24 तथा महामृत्युंजय मंत्र की 05 आहुतियां दी जाएगी जिससे रोगों से मुक्ति तथा वातावरण शुद्ध होगा ।
गृहे गृहे गायत्री उपासना-गृहे गृहे यज्ञ अभियान
अतः सभी परिजनों से विनम्र निवेदन है कि 31 मई को ऐसा कोई घर न छुटे । यज्ञ एवं कोविड 19 से मुक्ति हेतु एवं जन कल्याण की अपने इष्ट से प्रार्थना हेतु किया जाएगा। आपको यज्ञ कर्मकांड नही आता है तो कोई बात नही जैसे आप प्रतिदिन पूजन करते है वैसी पूजा कर हवन कुंड बना कर या हवन कुंड ना बन पाए तो जैसे हम सिगड़ी में धूप देते है वेसे कंडे को जलाकर उसमें भी आहुति दे सकते है या किसी पात्र में अग्नि प्रज्ज्वलित कर हवन कर गायत्री महामंत्र तथा महामृत्युंजय मंत्र या अपने इष्ट मंत्र से 24 या जितनी संभव हो उतनी आहुतियां प्रदान करें । हवन सामग्री के अभाव में घर में उपलब्ध चावल शक्कर गुड़ घी आदि मिलाकर हवन सामग्री तैयार कर ले ।
कोविड-19 के निवारण के लिये सामूहिक गृहे गृहे गायत्री यज्ञ,100 देशों के करोड़ो घरों ने दी मंत्रो की आहुतियां
कोरोना महामारी में प्राणपन से जुटे कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, नर्सेज, पुलिस, सुरक्षा, सफाईकर्मी एवं इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति, आवश्यक सेवा प्रदाता के उज्जवल भविष्य उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना, साथ ही इस बीमारी से मृत आत्माओं की सद्गति ,एवं कोरोना रोग के समूल नष्ट होने हेतु प्रार्थना करना है।
अपने साथ अपने पड़ोसी, परिजन, सगे सम्बन्धी, स्नेही मित्र इत्यादि को इस दिव्य कार्य को अपने में अपने घरों में सम्पन्न कराने हेतु प्रेरित करने का श्रम करे यह ईश्वरीय कार्य है । कुछ भी ना मिले तो तेल या घी कि दीपक जला ले । पास में एक कटोरी खाली और एक कटोरी में पानी भरकर रखें । गायत्री महामंत्र 24बार तथा महामृत्युंजय मंत्र 5 बार स्वाहा बोलते हुए एक चम्मच पानी से खाली कटोरी में जल आहुति प्रदान करे । अंत में सभी जल को तुलसी के या अन्य गमले में अर्ध्य प्रदान करे ।
रविन्द्र भदौरिया (गांधीनगर)