10 दिग्गज फिल्ममेकर्स ने निकाला नेपोटिज्म का तोड़
सिनेमा हो, टीवी शो हो या फिर हो कोई वेब सीरीज। किसी भी प्रोजेक्ट की पहली ईंट इसकी कहानी से ही रखी जाती है लेकिन मुंबई में अपनी कहानी सही जगह तक पहुंचा पाना भी आसान काम नहीं है। कहानी के कंपटीशन में जाने के बाद भरोसा नहीं होता कि यह सही हाथों में जाएगी ही और इसी बात को लेकर विवाद भी होते हैं।
गुलाबो सिताबो की राइटर जूही चतुर्वेदी पर भी आरोप लगा कि उन्होंने एक कंपटीशन की कहानी जैसी ही कहानी गुलाबो सिताबो बना ली लेकिन, ‘कटिंग कहानी’ नाम की एक प्रतियोगिता लॉकडाउन के दौरान ऐसी भी हुई जिसमें 10 फाइनलिस्ट कहानियों को दिग्गज फिल्ममेकर्स ने दर्शकों को फिल्म बनने से पहली ही सुना दिया है।
इस प्रतियोगिता में देश भर से आई अलग-अलग कहानियों में से 10 शीर्ष कहानियों का चुनाव हिंदी और मराठी सिनेमा के अभिनेता शरमन जोशी और प्रतियोगिता आयोजकों की टीम ने किया। इन चुनी गई कहानियों के लेखक हैं, अद्वैत दादरकर, संकेत तांडेल, आदित्य वाडेकर, श्रीपाद देशपांडे, विराजस कुलकर्णी, प्रीतीश नायक, सानिका जोग, ज्योत्सना सोनालकर, नितीन सावले और मीना कौशल।
इन कहानियों में से कोई एक विजेता चुना जाएगा लेकिन उससे पहले इन लेखकों की कहानियों को सुधी पाठकों व दर्शकों को सुनाने के लिए इनकी ऑडियो बुक भी तैयार की गई है। नए लेखकों की इन कहानियों को ऑडियो फॉर्मेट में सुना रहे हैं, उमेश कुलकर्णी, प्रसाद ओक, मकरंद देशपांडे, राजेश मापुसकर, सुकन्या कुलकर्णी मोने, सतीश आलेकर, अमृता सुभाष, जितेंद्र जोशी, हृता दुर्गुले और अद्वैत दादरकर जैसे दिग्गज फिल्ममेकर्स और एक्टर्स।
कटिंग कहानी के लेखकों को वोट देने का बुधवार आखिरी दिन रहा। अब जिस कहानी को सबसे ज्याादा लोग पसंद करेंगे, उसी को विजेता घोषित किया जाएगा। विजयी कहानी को फिल्म में तब्दील करने की भी योजना है।