जरूरी नहीं कि संक्रमण के बाद शरीर में एंटीबॉडी बनें
कोरोना की चपेट में आने वाले लोग अगर ये सोच रहे हैं कि उनके भीतर एंटीबॉडीज बन गईं हैं और वो पूरी तरह सुरक्षित हैं तो ऐसा नहीं है। संक्रमण की चपेट में आए हर व्यक्ति में एंटीबॉडीज बने ये जरूरी नहीं है। ब्रिटेन में ऐसे मामले सामने आ चुकेहैं।
ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के वायरस एक्सपर्ट डॉ. साइमन क्लार्क का कहना है कि संक्रमण की चपेट में आने वाले कुछ लोगों की एंटीबॉडी जांच गई तो पता चला कि उनका शरीर वायरस के लिए इम्युन नहीं हुआ है क्योंकि संक्रमण के बाद उनमें एंटीबॉडीज नहीं बनी हैं। ऐसे में संक्रमण के बाद जिनमें एंटीबॉडीज नहीं बनी हैं उनमें दोबारा संक्रमण की संभावना हो सकती है। कई अध्ययनों से पता चला है कि दस में से एक कोरोना मरीज में पर्याप्त मात्रा में एंटीबॉडीज नहीं बनती हैं।