सात गोल दागते ही रोनाल्डो बन जाएंगे टॉप स्कोरर
मिनी विश्व कप कहा जाने वाला यूरो कप (यूरोपियन चैंपियनशिप) शुक्रवार से रोम के ओलंपिको स्टेडियम में इटली और तुर्की के बीच मुकाबले के साथ ही शुरू हो जाएगा। एक महीने तक यूरोप की 24 दिग्गज टीमों के बीच चैंपियन बनने की जंग होगी। विजेता का फैसला 11 जुलाई को लंदन के बंबले स्टेडियम में खेला जाएगा। यह चैंपियनशिप पिछले साल होनी थी लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे एक साल आगे खिसका दिया गया था। इस दौरान दिग्गज क्रिस्टियानो रोनाल्डो के निशाने पर कई रिकॉर्ड होंगे। पुर्तगाल के 36वर्षीय रोनाल्डो अगर टूर्नामेंट में सात गोल दाग देते हैं तो फुटबॉल के इतिहास में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। अभी यह रिकॉर्ड ईरान के अली देई (109 गोल, 149 मैच) के नाम है। रोनाल्डो के 174 मैचों में 103 गोल हैं और वह मौजूदा सक्रिय खिलाड़ी में सर्वाधिक गोल करने के मामले में शीर्ष पर हैं।
प्लातिनी को छोड़ देंगे पीछे : यही नहीं एक गोल करते ही रोनाल्डो फ्रांस के माइकल प्लातिनी को भी पीछे छोड़ देंगे। वह यूरो के इतिहास में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। अभी रोनाल्डो और प्लातिनी के नौ-नौ गोल हैं। हालांकि प्लातिनी ने सिर्फ पांच मैचों में यह गोल किए हैं तो रोनाल्डो ने 21 में।
बनेंगे दूसरे कप्तान : रोनाल्डो और उनकी टीम अगर खिताब बरकरार रखने में सफल रहती है तो वह ऐसा करने वाले दूसरे कप्तान और टीम होगी। अब तक सिर्फ स्पेन (2008, 2012) की टीम ही इकेर कैसिलस की कप्तानी में लगातार दो बार यह ट्रॉफी जीत पाई। पुर्तगाल टूर्नामेंट में अपने अभियान का आगाज बुडापेस्ट में 15 जून को हंगरी के खिलाफ करेगा।
महत्वपूर्ण बातें:-
- 24 टीमें खेलेंगी एक माह तक चलने वाले इस मिनी विश्व कप में
- 06 ग्रुपों में बांटा गया है टीमों को। एक ग्रुप में चार टीमें
- 3-3 बार सर्वाधिक जर्मनी और स्पेन ने जीते हैं खिताब
- 61 साल के इतिहास में पहली बार 11 देश मिलकर करेंगे टूर्नामेंट की मेजबानी
- 08 हैट्रिक ही लगी हैं अब तक टूर्नामेंट। इसमें सिर्फ फ्रांस के प्लातिनी ने ही दो बार तीन-तीन गोल करने की उपलब्धि हासिल की है
11 देश करेंगे संयुक्त मेजबानी : हर चार वर्ष बाद खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट की शुुरुआत 1960 में हुई थी। यह पहला मौका जब 11 यूरोपीय देश एक साथ संयुक्त रूप से इसकी मेजबानी करेंगे। इनमें लंदन, ग्लास्गो, कोपेनहेगन, सेविल, बुडापेस्ट, एम्सटर्डम, रोम, म्यूनिख, बाकू, बुखारेस्ट और सेंट पीटर्सबर्ग शामिल हैं। इससे पहले सिर्फ दो देश संयुक्त मेजबान रहे हैं।