जल्द आ सकता है गौतम अडाणी की इस कंपनी का IPO
साल 2020 में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार गुलजार रहा। तरलता की बेहतर स्थिति तथा निवेशकों की उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के चलते कंपनियों ने पिछले साल आईपीओ के जरिए करोड़ों रुपये जुटाए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि 2021 में भी आईपीओ बाजार मजबूत रहने की उम्मीद है। आईपीओ बाजार में हलचल अभी खत्म नहीं हुई है। कंपनियां इस साल भी आईपीओ लाने के लिए कतार में खड़ी हैं। अब भारत और एशिया के दूसरे सबसे बड़े रईस शख्स गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले अडाणी समूह की कंपनी, अडाणी विल्मर आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। बीते दिनों ही अडाणी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को मालामाल किया था। अब निवेशकों की अडाणी विल्मर के आईपीओ पर नजर है।
एक अरब डॉलर जुटाने की योजना
लोकप्रिय फॉच्यून ब्रांड से खाद्य तेल और फूड आइटम बनाने वाली कंपनी अडाणी विल्मर की इस साल आईपीओ के जरिए करीब एक अरब डॉलर (7,000 से 7,500 करोड़ रुपये) जुटाने की योजना है। अडाणी विल्मर का साल 2027 तक देश की सबसे बड़ी फूड कंपनी बनने का लक्ष्य है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी में फिलहाल आईपीओ के बारे में चर्चा चल रही है। कंपनी अपने लक्ष्य को आईपीओ के जरिए पूरा कर सकती है।
1999 में हुई थी अडाणी विल्मर की स्थापना
अडाणी विल्मर की स्थापना वर्ष 1999 में हुई थी। यह अडाणी समूह और सिंगापुर की कंपनी विल्मर का ज्वाइंट वेंचर है। कंपनी खाद्य तेल के अलावा बासमती चावल, आटा, मैदा, सूजी, रवा, दालें और बेसन जैसे सेगमेंट्स में कारोबार करती है। अगर कंपनी की योजना सफल हो जाती है, तो यह बाजार में सूचीबद्ध होने वाली अडाणी समूह की सातवीं कंपनी होगी। समूह की छह लिस्टेड कंपनियों में से पांच का बाजार पूंजीकरण एक लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। अडाणी ग्रुप की सूचीबद्ध कंपनियों में अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी पावर, अडाणी टोटल गैस और अडाणी ग्रीन एनर्जी शामिल हैं।
अडाणी ने लगाई छलांग
गौतम अडाणी ने ग्लोबल वेल्थ रैंकिंग में जैक मा जैसे चीनी अरबपतियों को पीछे छोड़ दिया है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर सूची के मुताबिक, मुकेश अंबानी और अडाणी की संपत्ति क्रमश: 84 अरब डॉलर एवं 78 अरब डॉलर बढ़ी है। अंबानी दुनिया के 12वें और एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं। गौतम अडाणी दूसरे स्थान पर हैं। पिछले 15 दिनों में अडाणी की लिस्टेड छह कंपनियों के शेयरों में तेज बढ़त देखी गई है। अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ा तो अडाणी टोटल गैस 35 फीसदी बढ़ गया। इसी तरह अडाणी पावर पिछले तीन दिनों में 45 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है। अडाणी इंटरप्राइजेज और अडाणी पोर्ट के भी शेयरों में जबरदस्त उछाल देखा गया है। यही कारण है कि अडाणी की नेटवर्थ बढ़ गई है।
क्या है आईपीओ?
जब भी कोई कंपनी या सरकार पहली बार आम लोगों के सामने कुछ शेयर बेचने का प्रस्ताव रखती है तो इस प्रक्रिया को प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) कहा जाता है। मतलब एलआईसी के आईपीओ को सरकार आम लोगों के लिए बाजार में रखेगी। इसके बाद लोग एलआईसी में शेयर के जरिए हिस्सेदारी खरीद सकेंगे।