तमिनलनाडु: आंबेडकर की प्रतिमा के तोड़फोड़ से संबंधित मामले में दो लोग गिरफ्तार
नागपत्तनम
तमिनलनाडु के नागपत्तनम स्थित वेदअरण्यम में डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के तोड़फोड़ से संबंधित मामले में दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें, प्रतिमा तोड़फोड़ के चलते दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान वेदअरण्यम के पांडियाराजन (33) और कदिनेलवायल के लेनिन (25) के तौर पर की है। रविवार हुई हिंसा के मामले में सोमवार को आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत 28 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। शाम को वाहन दुर्घटना में एक दलित युवक घायल हो गया था। बताया जाता है कि दुर्घटना में दलित युवक के घायल होने के चलते हिंसा भड़की। आंबेडकर की प्रतिमा के तोड़फोड़ को लेकर डीएमके और वाम दल समेत विपक्षी पार्टियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने बताया कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए उक्त स्थान पर नई प्रतिमा लगाई गई। शहर में हालात धीरे-धीरे सामान्य होने के बावजूद किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए अब भी वेदअरण्यम में बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है। डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को क्षति पहुंचाए जाने पर सूबे की सियासत भी गरमा गई है। राजनीतिक नेताओं ने एक सुर में इस घटना की निंदा की और कहा कि इसके पीछे फासीवादी ताकतों का हाथ है। डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन ने सोमवार को कहा, ‘फासीवादी ताकतों ने लोकतांत्रिक राजनीति का नकाब ओढ़कर जहर के बीज बोए हैं जिसके परिणामस्वरूप पेरियार और आंबेडकर की प्रतिमाएं टूटी हैं।’ बता दें कि इससे पहले तर्कवादी नेता ईवीआर पेरियार की प्रतिमाओं को भी राज्य के कुछ स्थानों पर क्षति पहुंचाई जा चुकी है। स्टालिन ने इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए दंगाइयों की पहचान करने की मांग की।