कैप्टन अमरेन्द्र बोले- करतारपुर जाने के लिए सिद्धू को किया था इनवाइट
चंडीगढ़:
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पाकिस्तान में करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने बारे अनुमति मांगने का पत्र आवश्यक कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव को भेज दिया है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सिद्धू का पत्र मिलते ही तुरंत राज्य के मुख्य सचिव के पास भेज दिया।
मुख्यमंत्री निवास पर अन्य विधायकों की मौजूदगी में कहा कि सिद्धू को 9 नवम्बर को श्री करतारपुर साहिब जाने वाले ऑनपार्टी जत्थे में शामिल होने के लिए ही आमंत्रित किया गया था। डिप्टी कमिश्नरों ने अपने जिलों में विधायकों के साथ सम्पर्क किया था और अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर भी सिद्धू के कार्यालय के साथ सम्पर्क बनाए हुए थे परन्तु उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अब भी समझते हैं कि पाकिस्तान का कॉरीडोर को खोलने के पीछे एक गहरा एजैंडा छिपा हुआ है जिसके पीछे आई.एस.आई. का हाथ हो सकता है और वह रिफ्रैंडम 2020 के लिए सिख समुदाय को लुभाना चाहती है जिसके पीछे सिख फॉर जस्टिस संगठन का हाथ भी हो सकता है।
पाकिस्तान को ऐसी किसी भी साजिश में शामिल नहीं होना चाहिए परन्तु फिर भी पंजाब सरकार पूरी तरह से सतर्क है क्योंकि हाल ही के महीनों में आई.एस.आई. की गतिविधियां पंजाब में देखी गई हैं। इससे पहले वीर संघवी के साथ एक कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री ने करतारपुर कॉरीडोर से जाने वाले सभी भारतीयों के लिए 20 डॉलर की फीस को माफ करने का मुद्दा पुन: उठाया था।
मुख्यमंत्री ने अपनी जीवनगाथा ‘कैप्टन अमरेन्द्र सिंह-द पीपल्स महाराजा’ का जिक्र आने पर कहा कि आप्रेशन ब्ल्यू स्टार के समय परिस्थितियां बहुत ही घातक थीं और आप्रेशन का संचालन करने वाले कई अधिकारियों के मनों में संशय की भावना थी। उन्होंने कहा कि सेना में काम करने का उनका अनुभव काफी अच्छा रहा।