चोट की फिक्र नहीं फाइनल में मिली हार से निराश हैं अंशु
विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीतकर इतिहास रचने वालीं अंशु मलिक को पहले क्वार्टर फाइनल में दाएं पैर के टखने में चोट लगी और उसके बाद फाइनल में कंधे की चोट ने अंशु के पूरे परिवार और भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ को हिलाकर रख दिया है। अंशु को अपनी चोटों की फिक्र नहीं हैं।
उन्हें इस बात का गम सताए जा रहा है कि वह अमेरिकी पहलवान हेलन मारोली को परास्त नहीं कर पाईं। फिलहाल उनके पिता धर्मवीर मलिक ने सोमवार को उनका एमआरआई कराने का फैसला लिया है। उसके बाद वह उन्हें दिखाने के लिए चिकित्सक डॉ. दिनेश पार्डीवाला को दिखाने के लिए मुंबई लेकर जाएंगे।
नहीं मालूम है कंधे की चोट है कितनी गंभीर
धर्मवीर खुलासा करते हैं कि जब उन्होंने चोट का हाल जानने के लिए अंशु को फोन किया तो उसे अपनी चोटों की परवाह नहीं थी। वह तो फाइनल की हार को लेकर दुखी थी।
तीन तरह की चोटों से जूझ रही अंशु
धर्मवीर का कहना है कि अंशु जब चैंपियनशिप के लिए गई थीं। उससे पहले उन्हें कोहनी की चोट लगी। उसके बाद क्वार्टर फाइनल और फाइनल में चोट लग गई । उन्हें अच्छे विशेषज्ञ से दिखाना जरूरी है। अगले वर्ष एशियाई और 1 राष्ट्रमंडल खेल हैं।