सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूंजी डालने में कुछ भी गलत नहीं है : प्रणब मुखर्जी
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वह आर्थिक मंदी को चिंतित नहीं हैं क्योंकि कुछ चीजें हो रही हैं जिनके अपने प्रभाव होंगे। यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे मुखर्जी ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूंजी डालने में कुछ भी गलत नहीं है। भारतीय सांख्यिकी संस्थान के कार्यक्रम में उन्होंने कहा, 2008 में वित्तीय संकट के दौरान भारतीय बैंकों ने लचीलापन दिखाया था। तब वह वित्त मंत्री थे। हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र के एक भी बैंक ने पूंजी के लिए उनसे संपर्क नहीं किया था। अब सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को बड़े पैमाने पर पूंजी की जरूरत है और इसमें कुछ गलत नहीं है। लोकतंत्र में समस्याओं के समाधान के लिए बातचीत महत्वपूर्ण है। वार्ता अपरिहार्य है। साथ ही लोकतंत्र में आंकड़ों की शुचिता भी उतनी ही अहम है। उन्होंने कहा, आंकड़ों की शुचिता बनाए रखनी चाहिए, अन्यथा विनाशकारी प्रभाव होंगे।