कारोबारी को अगवा कर वसूले पांच लाख रुपये के बिटकॉइन
बिटकॉइन का धंधा करने के लिए टैक्सी चालक ने साथियों के साथ मिलकर बिटकॉइन कारोबारी को अगवा कर लिया। आरोपियों ने कारोबारी को रिहा करने के बदले परिवार से पांच लाख रुपये के बिटकॉइन मांगे। परिवार ने फौरन इतनी रकम के बिटकॉइन आरोपियों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। पुलिस ने कारोबारी को अगवा कर रंगदारी वसूलने की गुत्थी सुलझाते हुए दो नाबालिग समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान विक्रम उर्फ टीटू (32) और नितिन यादन (20) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लूटी हुई इनोवा गाड़ी, एक मारुति इर्टिगा कार और एक स्कूट बरामद की है। मंडावली थाना पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है। पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त जसमीत सिंह ने बताया कि 26 जून को मंडावली थाने में हर्षित चौहान नामक शख्स ने अपने भाई अंकित चौहान के अगवा कर रंगदारी मांगने की शिकायत दी। पुलिस ने फौरन मामला दर्ज कर आरोपियों की तलश शुरू कर दी।
जांच के दौरान हर्षित ने बताया कि उनका बिटकॉइन का कारोबार है। फोन पर किसी पार्टी ने बिटकॉइन खरीदने की बात कर कैश देने के लिए उसके भाई को गणेश नगर चौक पर बुलाया था। इसके बाद उन्होंने उसे अगवा कर पांच लाख रुपये के बिटकॉइन उनके खाते में ट्रांसफर करने की डिमांड कर दी। मंडावली थाना पुलिस ने फौरन मामला दर्ज कर जांच शुरू की लोकल पुलिस के अलावा जिले की स्पेशल स्टॉफ भी जांच में जुट गया। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज और टेक्नीकल सर्विलांस की मदद से अंकित को औचंदी बॉर्डर, बवाना रोड से सकुशल बरामद कर लिया।
अंकित को बरामद कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। पुलिस ने ककराला, जापानी पार्क रोहिणी, सुल्तानपुर डबास और हरवेली से एक-एक कर चारों आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ में मुख्य आरोपी विक्रम ने बताया कि वह गैंग का लीडर है। पहले वह टैक्सी चलाता था। उसने कई बैंकों से लोन लेकर खुद का टैक्सी स्टैंड शुरू किया।
लेकिन शराब और खराब आदतों की वजह से उसे घाटा हुआ। अपना घाटा पूरा करने के लिए उसने बिटकॉइन का धंधा शुरू करने की योजना बनाई। बिटकॉइन को वह किसी कारोबारी को अगवा कर अपने खाते में ट्रांसफर करवाना चाहता था। इसलिए उसने अंकित के नंबर का जुगाड़ कर उसे गणेश नगर चौक बुलाया और उसे अगवा कर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है।