अधूरे ट्रायल वाली वैक्सीन का प्रयोग करेगा रूस
रूस का दावा है कि वह कोविड-19 वैक्सीन को स्वीकृति देने वाला दुनिया का पहला देश बनने जा रहा है। यहां अक्तूबर से उन वैक्सीन से सामूहिक वैक्सीनकरण किया जाएगा जिनका अभी तक क्लिनिकल परीक्षण ही पूरा नहीं हुआ है। दुनिया भर के वैज्ञानिक चिंतित हैं कि कहीं अव्वल आने की यह कोशिश उलटी न साबित हो जाए।जानकारों का कहना है कि रूस वैक्सीन के दम पर स्पुतनिक (धरती का पहला कृत्रिम उपग्रह) की तरह प्रचारित जीत हासिल करने की सोच रहा है जो दुनिया के पहले कृत्रिम उपग्रह के 1957 में सोवियत संघ के प्रक्षेपण की याद दिलाए। हालांकि, वैज्ञानिक रूस के इस फैसले को असुरक्षित करार दे रहे हैं।