NRC सूची से बहार हुए 19 लाख लोग चिंता और अनिश्चितता में कब ते जिएंगे : चिदंबरम
नई दिल्ही
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने NRC के मुद्दे पर केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट कर पूछा है कि 19 लाख लोग जिन्हें एनआरसी के तहत विदेशी घोषित किया गया है, वो कब तक चिंता और अनिश्चितता के साये में जिएंगे। चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा कि ये 19 लाख लोग जिन्हें एनआरसी के तहत विदेशी घोषित किया गया है, वो कब तक चिंता और अनिश्चितता के साये में जीवनयापन करेंगे। उनके मानवाधिकारों का क्या? चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि जैसा कि हम महात्मा गांधी के मानवतावाद का जश्न मनाते हैं, हमें इन सवालों का जवाब देना ही होगा।
चिदंबरम ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि यदि बांग्लादेश को आश्वासन दिया गया है कि NRC प्रक्रिया बांग्लादेश को प्रभावित नहीं करेगी, तो फिर भारत सरकार इन 19 लाख लोगों का क्या करेगी? अापको बताते जाए कि आईएनएक्स मामले में जेल में बंद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम लगातार केन्द्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इससे पहले रविवार को उन्होंने ट्वीट करके छात्रों को ‘आइंस्टीन चैलेंज’ देने पर पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। चिदंबरम ने पूछा है कि कब हमारे देश के विश्वविद्यालय विचार व अभिव्यक्ति का स्वर्ग बनेंगे।
चिदंबरम की ओर से उनके परिवार ने ट्वीट किया कि मैं खुश हूं कि प्रधानमंत्री ने छात्रों को आइंस्टीन चैलेंज दिया। एलबर्ट आइंस्टीन ने कहा है कि शिक्षण की स्वतंत्रता और पुस्तक या प्रेस की राय किसी व्यक्ति के नैसर्गिक विकास की नींव है। कब हमारे संस्थानों को सही मायने में विचार और अभिव्यक्ति की आजादी मिलेगी। पीएम ने न्यूयॉर्क टाइम्स के अपने लेख में आइंस्टीन चैलेंज का प्रस्ताव दिया था।