खेल पत्रकारों : एप और वेबसाइट्स के चक्करों में उलझना पड़ रहा है
यहां ओलंपिक खेल शुरू हो चुके हैं, लेकिन इसे कवर करने के लिए यहां आए पत्रकारों को मोबाइल एप और वेबसाइटों के चक्कर में उलझना पड़ा है। ये एप और वेबसाइट बाहर से आए लोगों की सहायता के लिए बनाए गए हैं। लेकिन जो सोचा गया था, उनसे वह मकसद पूरा नहीं हुआ है। जानकारों के मुताबिक जिन तकनीकी दिक्कतों का सामना यहां पत्रकारों को करना पड़ा, उनका कोरोना संक्रमण के बचाव से कोई संबंध नहीं है।
ओलंपिक खेलों के लिए तोक्यो आने वाले विदेशियों से कहा गया कि उन्हें अपनी उड़ान से संबंधी सूचना और जापान के अंदर 14 दिन का उनका पूरा कार्यक्रम क्या है, इसकी पूर्व जानकारी सौंपनी होगी। इसके अलावा जापान के लिए रवाना होने से पहले उनके लिए कई बार कोविड टेस्ट करवाना अनिवार्य कर दिया गया। जापान में विमान से उतरते ही एक बार फिर कोविड टेस्ट करवाना जरूरी बनाया गया है।
इन सारे कार्यों से संबंधित जरूरी सूचनाएं अलग-अलग एप के जरिए या वेबसाइट पर डालने की जिम्मेदारी भी आने वाले व्यक्ति पर ही डाली गई है। लेकिन यहां पहुंचे लोगों का तजुर्बा है कि इसमें उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। ऐसी तरीकबन आधा दर्जन एप या वेबसाइट को उन्हें एक्सेस करना पड़ा है। इसके लिए बनाए गए नियमों ने खास कर पत्रकारों के लिए मुश्किलें खड़ी की। पत्रकारों के लिए यहां यह जरूरी किया गया है कि जिन स्पर्धाओं को वो कवर करना चाहते हैं, उसके लिए उन्हें रोजाना के स्तर पर अर्जी देनी होगी। ये अर्जी वे पत्रकार ही दे सकेंगे, जिनकी इमिग्रेशन प्रक्रिया पूरी हो गई है।