वरुथिनी एकादशी आज, जानें क्या करें और क्या नहीं?
भगवान विष्णु की प्रिय एकादशी तिथि 18 अप्रैल, शनिवार को है। इस एकादशी को वरुथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। हर महीने में बार एकादशी तिथि पड़ती हैं, एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। इस शुभ दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की से पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। आइए, वरुथिनी एकादशी के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं…
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी व्रत के दिन दान अवश्य करना चाहिए। इस दिन दान- पुण्य करने का कई गुना फल मिलता है। अगर आपके विवाह में अड़चने आ रही हैं तो इस दिन दिन केसर, केला या हल्दी का दान करें। ऐसा करने से विवाह संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं।
एकादशी के दिन गंगा स्नान करना शुभ होता है। परंतु इस समय लॅाकडाउन के कारण ये संभव नहीं है, इसलिए नहाने वाले जल में थोड़ा सा गंगा जल मिलाकर स्नान करें।
एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस व्रत को करने से सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं।
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार एकादशि के दिन चावल खाना वर्जित होता है। ऐसी मान्यता है कि एकादशी के दिन चावल खाने से मनुष्य रेंगने वाले जीव की योनि में जन्म लेता है इसलिए इस दिन भूलकर भी चावल का सेवन न करें।
एकादशी का व्रत भगवान विष्णु की आराधना और उनके प्रति समर्पण के भाव को दिखाता है। एकादशी के दिन खान-पान और व्यवहार में संयम और सात्विकता का पालन करना चाहिए। सभी तिथियों में एकादशी कि तिथि बहुत शुभ मानी गई है। एकादशी का लाभ पाने के लिए इस दिन किसी को कठोर शब्द नहीं कहने चाहिए और लड़ाई-झगड़े से बचना चाहिए।